भारत में dragon fruit की खेती तेज़ी से बढ़ रही है और उत्तरी भारत में हिमाचल जैसे ठन्डे इलाको में भी इसकी खेती की शुरुवात हो रही है ऐसे में yellow dragon fruit plant जिसकी बाज़ारो में अच्छी डिमांड है और जिसका रेट भी ज़ादा है ऐसे में हिमाचल में जिन लोगो को इसकी खेती करनी है इसकी जानकारी होनी चाहिए। आज हम आपको अपने अनुभव से बताने वाले है Top 2 yellow dragon plant के बारे में।
Aussie Gold-yellow dragon fruit plant for Himachal
ऑसी गोल्ड ड्रैगन फ्रूट प्लांट, जिसे yellow dragon fruit plant cactus के नाम से भी जाना जाता है, यह ऑस्ट्रेलिया की एक variety है। ड्रैगन फ्रूट का पौधा climbing cactus कहलाता है जो आकर से अलग जिनके त्रिकोणीय खंड होते हैं और छोटे, नुकीले कांटे होते हैं।
गर्मियों में, इसमें बहुत खुनसुरत सफ़ेद रंग का बड़ा सा फूल खिलता है जो रात को खिलकर अगले दिन बंद हो जाता है और बाद में चमकदार पीली त्वचा वाले अंडाकार फलों में बदल जाता हैं। इसके अंदर का गुदा सफेद होता है, जिसमें छोटे काले बीज होते हैं। इसका आकर और रंग बेहद शुबसुरत होता है और commercial farming के लिहाज से यह हिमाचल के लिए एक उत्तम variety साबित हो सकता है।
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Advantages:
- दिखने में यह बेहद खूबसूरत होता है इसका रंग Golden yellow होता है और इसके लम्बे spikes होते है जिससे इसकी बनावट और आकर्षित हो जाती है और commercial खेती के लिहाज से “जो दीखता है वही बिकता भी है”
- स्वाद में इसका कोई जवाब नहीं इसका स्वाद मीठे Lemonade जैसा होता है यह variety मीठे और हल्के खट्टे स्वाद वाली होती हैं, जो एक ताज़गी भरा अनुभव देती हैं।
- स्वास्थ्य लाभ से यह बेहद अच्छा होता है यह विटामिन C, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है, जो पाचन में सहायक, इम्यूनिटी को बढ़ाने वाला और त्वचा को चमकदार बनाता है।
- रोगो के प्रति less sensitive होता है और इसके लिए यह हिमाचल के किसानो के लिए अच्छा विकल्प बन सकता है खास तौर से नए किसानो के लिए।
- हिमाचल जैसे इलाके में ठण्ड बेहद होती है और इस variety की खास बात है की यह ठण्ड अच्छे से सेहन कर सकता है।
- तेज़ धुप में भी इसमें सनबर्न के sign नहीं दिखाई पढ़ते और इसलिए यह वैरायटी लोकप्रिय है।
- commercial खेती में इसकी मार्किट में अच्छी demand है और बाकि वैरायटी से ज़ादा रेट मिलता है जिससे ज़ादा मुनाफा होने की संभावना बढ़ जाती है।
- इसकी growth बहुत अच्छी होती है बाकि किसी भी वैरायटी के मुकाबले यह तेज़ी से बढ़ता है और एक अच्छी canopy बना लेता है। और यही सब कारण है की इसकी खेती हिमाचल में आसानी से की जा सकती है।
उगाने और देखभाल के Tips:
सूरज और मिट्टी की ज़रूरतें: यह पौधा गर्म और धूप वाली जगह पर अच्छे से बढ़ता है। ऐसी मिटटी जहा पानी नहीं खड़ा होता वह इस पौधे के लिए उचित है।
पानी और प्रूनिंग: इसे नियमित रूप से पानी दें, लेकिन अधिक पानी से बचें। पौधे को नियंत्रित रखने के लिए समय-समय पर प्रूनिंग करें।
फलों की कटाई: फल तब तैयार होते हैं जब उनकी त्वचा सुनहरे पीले रंग की और हल्की नरम हो जाती है।
ऑसी गोल्ड ड्रैगन फ्रूट प्लांट एक खूबसूरत पौधा है जो अपने स्वाद और स्वास्थ्य लाभों के कारण भी बेहद उपयोगी है। हिमाचल में इसकी commercial खेती की जानी चाहिए।
Israeli Yellow-yellow dragon plant for Himachal
ड्रैगन फ्रूट दिखने में २ तरह के होती है एक गोल और दूसरे लम्बे अंडाकार – इजरायली येलो गोल फल होते हैं जिनका आकार लंबा होता है, और यह 9 से 12 सेंटीमीटर लंबे तथा 7 से 10 सेंटीमीटर चौड़े होते हैं। इस फल में कांटे नहीं होते, बल्कि इसकी मोटी त्वचा पर लाल रंग की किस्मों की तरह नरम चमकदार scales होते हैं। फल के अंदर एक घना, पारदर्शी से सफेद गूदा होता है जिसमें छोटे, काले, खाने योग्य होते हैं। इजरायली येलो ड्रैगन फ्रूट में रसीला स्वाद होता है और इसकी मिठास उष्णकटिबंधीय फल जैसे कि कीवी या नाशपाती के समान होती है।
इजरायली yellow, जिसे पीला ड्रैगन फल भी कहा जाता है, इसका विकास कई वर्षों में बेन-गुरियन विश्वविद्यालय के बॉटानिस्टों द्वारा हुआ। ड्रैगन फ्रूट इजराइल में एक महत्वपूर्ण विदेशी कृषि उत्पाद बन गया है, क्युकी एक तो इसमें कम पानी लगता है और इसके गुण और आकर्षक बनावट इसे खेती के लिए एक अच्छा option बनती है।
पोषण संबंधी मूल्य
इजरायली पीला पिटाया मैग्नीशियम, फास्फोरस और पोटेशियम का अच्छा स्रोत है। इसमें फाइबर और प्रोटीन भी हैं और यह Red ड्रैगन फ्रूट की तुलना में अधिक कैल्शियम प्रदान करता है। इसके फल में थोड़ी मात्रा में आयरन, विटामिन ए, नियासिन और विटामिन सी होता है। येलो ड्रैगन फ्रूट एंटीऑक्सिडेंट्स और लाभकारी फैटी एसिड का अच्छा स्रोत है। इसके बीज काफी पौष्टिक होती है जो हृदय स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होती है क्युकी इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड की उच्च मात्रा होती है।
खाने की विधि:
ड्रैगन फ्रूट को cubes के आकर में काट के खाया जाता है। इसके स्वाद के कारन इसे sweet dish की तरह भी खाया जा सकता है कुछ लोग इसे smoothie बना कर लेना पसदं करते है।
Advantages:
- इस वैरायटी की खास बात यह है की यह बाकि variety की तुलना में ज़ादा fruiting देता है। commercial खेती में लगाई जाने वाली वैरायटी में साल में 5 waves में flowering आती है और इस variety में 6 बार आ सकती है।
- यह वैरायटी में फंगस की शिकायत कम होती है जिसकी वजा से यह किसानो की एक पसन्दीदार variety में से एक है।
- गर्मी और सर्दी में यह वैरायटी अच्छी तरह से grow करती है।
- इसकी growth हमने थोड़ी average देखी है लेकिन अगर इसे graft करके लगाया जाये तो इससे किसान अच्छा मुनाफा ले सकता है क्युकी मार्किट में इसका भाव भी red dragon फ्रूट से ज़ादा मिलता है।
Conclusion:
हिमाचल जैसे कठिन जलवायु इलाके में ड्रैगन फ्रूट जैसे ट्रॉपिकल कैक्टस की खेती होना अपने आप में बड़ी बात है इसलिए किसान अगर किसी वैरायटी के बारे में सोचता है तो इन 2 Yellow dragon fruit plant के बारे में सोचना एक बेहतर option हो सकता है।
FAQ
Q1- Yellow dragon plant को बर्फीले इलाको में भी लगाया जा सकता है ?
Ans- commercial level पर बात करे तो नहीं, क्युकी हिमाचल में सिर्फ निचले इलाके ही इसकी खेती के लिए उपयुक्त है। यह पौधा ज़ादा ठण्ड सहने के लिए नहीं बना है और अगर ज़ादा ठन्डे इलाके में इसकी खेती के बारे में सोचना हो तो पहले एक बंद pollyhouse बनाना पड़ेगा ताकि पौधों के लिए तापमान नियंत्रित किया जा सके। लेकिन यह बड़े लेवल पर करना काफी costly हो सकता है।
Q2- Yellow ड्रैगन फ्रूट की मार्किट में demand है ?
Ans- हाँ इसकी मार्किट में काफी demand होती है इसकी खेती करने वाली लोग अभी कम है इसलिए।
Q3- yellow dragon fruit का brix कितना होता है ?
Ans- The average brix level of an Israeli Yellow dragon fruit is 15 -16 होता है और Aussie gold का brix 19–22 होता है।
Q4- Yellow dragon fruit का size कितना होता है ?
Ans- Israeli Yellow dragon fruit 450g से 700g हो सकता है और Aussie gold के फ्रूट का size 600g से लेकर 1 kg तक होता है।
अगर आपका कोई भी प्रशन्न या सुझाव हो तो हमे कमेंट करके ज़रूर बताये।
धन्यवाद।
Good information
thankyou