Dragon Fruit Farm ‘Intercropping’ Income Ke सबसे BEST upay?

नमस्कार दोस्तों जैसा की आप सभी को पता है की dragon fruit farming एक महंगी खेती मानी जाती है क्युकी इसमें शुरुवात में हमे setup aur structure cost लगानी पढ़ती है। यह सारा पैसा return आने में समय लगता है लेकिन तबतक हमारे किसान भाइयो को कई खर्चो का सामना करना पढता है आइये Dragon Fruit Farm ‘Intercropping’ शुरुवाती Income के लिए एक बेहतर उपाय कैसे है इसके बारे में विस्तार से बात करते है ।

Dragon Fruit Farm में Intercropping?

Dragon Fruit Farm 'Intercropping'
Dragon Fruit Farm ‘Intercropping’

Dragon fruit ki kheti me Intercropping का मतलब है ड्रैगन फ्रूट के पौधों के बीच खाली जगह में दूसरी फसलों की खेती करना। ड्रैगन फ्रूट की खेती काफी महंगी होती है और किसान को मुनाफा आने में समय लगता है, इस तरह से खेती करने से किसान ड्रैगन फ्रूट फार्मिंग में होने वाले खर्चे को इन्टरक्रोप्पिंग से निकाल सकते है.

ड्रैगन फ्रूट के साथ इंटरक्रॉपिंग कैसे करें – dragon fruit ki kheti kaise kare?
ड्रैगन फ्रूट की फार्मिंग में एक स्ट्रक्चर बनाना पढता है मिटटी का bed बनाया जाता है। एक bed से दूसरे bed के बीच काफी जगह होती है जिसे हम इस्तेमाल कर सकते है।

Also Read: Dragon fruit Farming tips

dragon fruit ki kheti kaise kare

  • फसल का सही चयन : intercropping करते समय इस बात का ख्याल ज़रूर रखे की उससे हमारी मुख्या पौधों ( ड्रैगन फ्रूट्स ) को किसी तरह का नुक्सान न हो , और हमे ड्रैगन फ्रूट को मैनेज करने में कोई परेशानी न हो।
  • बड़े फलदाई पेड़ न लगाए : ड्रैगन फ्रूट के साथ अगर आप बड़े फल वाले पेड़ लगते है जैसे सेब, निम्बू, अनार, इत्यादि तो आगे जाके जब पेड़ बड़े हो जायगे तो मुख्या पौधे ड्रैगन फ्रूट के साथ नुट्रिशन शेयर करने लगेंगे क्युकी बड़े पेड़ो की जड़े दूर तक चली जाती है जबकि ड्रैगन फ्रूट की जड़े १० इंच से ज़ादा नहीं होती इससे ड्रैगन फ्रूट की ग्रोथ में कमी आ सकती है।
  • शेडिंग की तरह इस्तेमाल : अगर आप मक्का या अन्य ऐसी फसलों का चयन करते है , तो उससे ड्रैगन फ्रूट को काफी मदद मिलती है , गर्मियों में मक्का 7 फ़ीट तक हो सकता है और धुप से ड्रैगन फ्रूट को छाया मिलती है जिससे उनकी ग्रोथ अच्छी होती है।
  • अन्य आय का स्रोत्र: ड्रैगन फ्रूट में प्रॉफिट २ साल में मिलता है और तबतक किसान खाली जगा को इस्तेमाल करके कुछ आय कर सकते है।

पौधों के बीच सही दूरी

dragon fruit ki kheti kaise kare

ड्रैगन फ्रूट की खेती में intercropping करते समय इस बात का खास ख्याल रखे की ड्रैगन फ्रूट और फसल के बीच इतनी जगह होनी चाहिए की आराम से चला जा सके, क्युकी ड्रैगन फ्रूट का पौधा समय के साथ बड़ा हो जाता है और उसकी कटाई और रोज़ मर्रा की देखभाल के लिए जगह होनी चाहिए।

मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाव

हर फसल की अपनी अलग ज़रूरतें होती हैं। जब आप एक ही खेत में अलग-अलग फसलें उगाते हैं, तो वे मिट्टी से अलग-अलग पोषक तत्व लेती हैं। जैसे, कुछ फसलें मिट्टी से नाइट्रोजन लेती हैं, तो कुछ फसलें नाइट्रोजन वापस मिट्टी में छोड़ती हैं। इससे मिट्टी का पोषण संतुलित रहता है और वह लंबे समय तक उपजाऊ बनी रहती है। इसका मतलब यह है कि मिट्टी में पोषक तत्व खत्म होने की जगह लगातार भरते रहते हैं, जिससे खेत की उत्पादकता बढ़ती है।

पानी और संसाधनों का सही उपयोग

जब आप dragon fruit plant के साथ दूसरी फसलें उगाते हैं, तो खेत की खाली जगह भी काम में आ जाती है। इससे पानी और खाद जैसी चीजें केवल एक फसल पर खर्च नहीं होतीं, बल्कि हर पौधे के लिए सही तरीके से इस्तेमाल होती हैं। उदाहरण के तौर पर, ड्रिप इरिगेशन से एक साथ दोनों फसलों को पानी दिया जा सकता है, जिससे पानी की बचत होती है। इसी तरह, कई बार ड्रैगन फ्रूट में पानी देने से खाद बहकर बेच के हिस्से में फ़ैल जाती है इसलिए खाद भी पूरे खेत में फैलती है और सभी फसलों को फायदा मिलता है। इससे खेत का हर हिस्सा उपयोगी बनता है और संसाधनों की बर्बादी कम होती है।

कीटो और रोग में कमी

जब आप dragon fruit plant के साथ अलग-अलग फसलें उगाते हैं, तो कीट और रोगों के फैलने का खतरा कम हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हर कीट को अपनी पसंद की फसल चाहिए होती है। जब खेत में कई तरह की फसलें होती हैं, तो कीट भ्रमित हो जाते हैं और एक ही जगह पर ज्यादा नुकसान नहीं कर पाते। इसी तरह, अगर कोई रोग एक फसल को प्रभावित करता है, तो वह बाकी फसलों तक आसानी से नहीं पहुंच पाता। इस तरह विविध फसलें खेती को सुरक्षित और अधिक लाभदायक बनाती हैं।

Yellow Dragon fruit smoothie for weight loss

dragon fruit plant के साथ कौन-कौन सी फसलें उगा सकते हैं?

  • सब्जियां: टमाटर, मिर्च, भिंडी, लौकी।
  • मसाले: हल्दी, अदरक, धनिया।
  • दलहन: मूंग, उड़द, अरहर।
  • औषधीय पौधे: एलोवेरा, तुलसी, अश्वगंधा।
  • अन्य: स्ट्रॉबेरी, तरबूज, खरबूजा।

निष्कर्ष:
ड्रैगन फ्रूट में इंटरक्रॉपिंग न केवल किसान के आय बढ़ाने का तरीका है, बल्कि यह खेती को अधिक टिकाऊ और लाभकारी बनाता है। और खासकर की ऐसी बागबानी या खेती में जिससे १-२ साल तक मुनाफा नहीं आ सकता उसमे यह बेहद लाभकारी साबित हो सकता है। सही फसलों का चयन, समय पर रोपाई, और उचित देखभाल से किसान अपनी भूमि से अधिकतम लाभ कमा सकते हैं। इंटरक्रॉपिंग एक आधुनिक और मुनाफेवाली खेती का तरीका है जो किसानों को विविध और स्थिर आय का स्रोत प्रदान करता है।

Read: ड्रैगन फ्रूट का स्वाद कैसा होता है

FAQ:

Q1. ड्रैगन फ्रूट के साथ कौन-कौन सी फसलें उगाई जा सकती हैं?
Ans. ड्रैगन फ्रूट के साथ intercropping में आप टमाटर, मिर्च, भिंडी जैसी सब्जियां, हल्दी और अदरक जैसे मसाले, मूंग और उड़द जैसी दलहन फसलें, और एलोवेरा व तुलसी जैसे औषधीय पौधे उगा सकते हैं।(पहले थोड़ा करके ही आगे बढे)

Q2. ड्रैगन फ्रूट के साथ इंटरक्रॉपिंग से क्या फायदे हैं?
Ans. Intercropping से किसान भाइयो की आय के स्रोत बढ़ते हैं, मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है, पानी और खाद का सही उपयोग होता है, और सालाना खर्चे निकलना आसान हो जाता है।

Q3. ड्रैगन फ्रूट में intercropping के लिए कौन सी तकनीक सबसे अच्छी है?
Ans. ड्रिप इरिगेशन का उपयोग करें ताकि पानी और पोषक तत्व दोनों फसलों को सही मात्रा में मिलें। फसलें लगाने से पहले सही दूरी रखें और ऐसी फसलें चुनें जो ड्रैगन फ्रूट की ग्रोथ में बाधा न डालें।

अगर आपका कोई भी प्रशन्न या सुझाव हो तो हमे कमेंट करके ज़रूर बताये

धन्यवाद।

Leave a Comment