नमस्कर दोस्तों स्वागत करता हूँ आपका ड्रैगन फ्रूट की खेती कैसे होती है series के दूसरे स्टेप में। आज हम बात करने वाले है ड्रैगन फ्रूट के लिए structure कैसे बनाये? और structure कितने प्रकार के होते है और कोन सा structure किसको करने की ज़रूरत है ऐसे ही इसके कुछ फायदे और नुक्सान के बारे में आज हम बात करेंगे।
Dragon fruit structure-ड्रैगन फ्रूट की खेती कैसे होती है
ड्रैगन फ्रूट एक बेल नुमा पौधा होता है जिसकी उम्र 20-25 साल तक होती है, बाकि बागबानी से हटके ड्रैगन फ्रूट को खड़े रहने के लिए मजबूत structure की आवश्यकता होती है.
अब बात करते है structure कैसा हो? ड्रैगन फ्रूट के 2 स्ट्रक्चर होते है आईये इनके बारे में विस्तार से बात करते है।
Traditional Ring-Pole method
ट्रेडिशनल रिंग पोल मेथड : जैसे की इसके नाम से ही पता चलता है ट्रेडिशनल रिंग पोल मेथड ड्रैगन फ्रूट की खेती करने का एक पारंपरिक और बेहद सफल तरीका है जिसे विश्व भर में कई देशों में अपनाया जाता है। यह dragon fruit structure विशेषकर उन किसानों के बीच ज़ादा लोकप्रिय है जो ड्रैगन फ्रूट की खेती को लाभकारी, सुरक्षित और टिकाऊ बनाना चाहते हैं। इस विधि में मुख्य रूप से कंक्रीट के पोल्स का उपयोग होता है, जो पौधों को स्थिरता और सहारा प्रदान करते हैं, जिससे पौधों का विकास बिना किसी रुकावट के होता है और फलों की गुणवत्ता भी बेहतर होती है।
जहाँ एक कंक्रीट का मजबूत पोल इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी मोटाई लगभग 4 से 5 इंच (4×5) और लंबाई 7 फीट के करीब होती है। कंक्रीट के पोल्स का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है क्योंकि यह लंबे समय तक ख़राब नहीं होता और पौधों के बढ़ते वजन को सहन करने की क्षमता रखते हैं।
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इस विधि में कंक्रीट पोल्स को खेत में समान दूरी पर लगाया जाता है ताकि पौधों को पर्याप्त जगह मिले और उनके शाखाओं कैनोपी को फैलने का पर्याप्त स्थान मिल सके। इन्हे ज़मीं से 5 फ़ीट ऊपर रखा जाता है और २ फ़ीट मिटटी में डाला जाता है।
नोट: dragon fruit pole को लगाते समय इस चीज़ का ध्यान रखे की इसे ज़मीन में सिर्फ मिटटी में ही लगाए वरना पोल्स टूट भी सकते है।
dragon fruit structure का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा “रिंग” होती है, जो पोल के ऊपरी हिस्से में लगाई जाती है। यह रिंग एक गोलाकार आकार की होती है, जो ड्रैगन फ्रूट को पोल के चारों ओर फैलने और एक गोलाकार ढाँचे में बढ़ने का सहारा देती है।
ट्रेडिशनल रिंग पोल मेथड के कई फायदे हैं। पहला, इससे खेत में जगह का सही उपयोग होता है और दूसरा, ड्रैगन फ्रूट की खेती का यह सबसे सुरक्षित तरीक़ा भी माना जाता है। एक पोल में ४ पौधे लगाए जाते है और पोल से पोल की दुरी ८ फ़ीट होती है इससे यह फायदा मिलता है की पौधे दूर दूर लगते है जिन्हे मैनेज करना आसान होता है , जैसा की आपको आपको पता होगा ड्रैगन फ्रूट काफी sensitive होता है और इसे फंगस और इन्फेक्शन का खतरा रहता है, ऐसे में पौधों के बीच की दुरी से इसे मैनेज करना और सही समय पर इलाज, खाद और बाकि ज़रूरत की चीज़ो को मैनेज करना आसान होता है।
Ring pole structure किसे करना चाहिए?
इस मेथड को कोई भी आसानी से कर सकता है लेकिन दूसरे मेथड से अगर तुलना करे तो इसकी लागत और आसान मेंटेनन्स के चलते नए किसानो को इसी ट्रेडिशनल मेथड से शुरुवात करनी चाहिए। अगर आपकी ज़मीज अपनी खुद की है तभी आप सीमेंट के पोल्स का इस्तेमाल करे क्युकी लीज पर ली गयी ज़मीन कुछ समय के बाद छोड़नी पड़ सकती है और एक बार इन्हे लगाने के बाद फिरसे निकाल कर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
ड्रैगन फ्रूट फार्मिंग में ट्रेलिस मेथड काफी चर्चा में है ड्रैगन फ्रूट की खेती में उत्पादन बढ़ाने और पौधों को कमर्शियल पर्पस के लिए लगाने के लिए यह एक बेहतरीन तकनीक साबित होती है। इसमें, हम पोल से पोल एक स्ट्रक्चर बनाते हुए ज़ादा पौधों को लगा सकते हैं। इस तकनीक का उपयोग करके हम काम जहह में ज़ादा प्रोडक्शन निकाल सकते है क्युकी इसमें लाइन में ज़ादा पौधे लगाए जाते है।
ट्रेलिस मेथड करने के कई फायदे है जैसे की इसमें हम अपने हिसाब से पौधों के लिए धुप और ठण्ड के लिए शेडिंग दे सकते है और कम जगा में भी प्रोडक्शन और मुनाफे को किसान बढ़ा सकते है।
Dragon fruit trellis method
ट्रेलिस मेथड ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए एक महत्वपूर्ण संरचना है। इसमें पोल्स और तारों अथवा पाइप्स से बने ट्रेलिस फ्रेमवर्क का उपयोग होता है जो पौधों को सहारा प्रदान करता है। इसमें पोल से पोल एक स्ट्रक्चर बनाया जाता है, dragon fruit trellis मेथड के कई फायदे है। यह मेथड विश्व भर में कमर्शियल फार्मिंग के लिए सबसे लोकप्रिय है क्युकी इस विधि का प्रयोग करके किसान कम जगह में ज़ादा पौधे लगा कर अपना प्रोडक्शन बढ़ा सकता है और मौसम के असर जैसे गर्मी और सर्दी के लिए शेडिंग भी लगा सकते है।
dragon fruit trellis method किसे करना चाहिए?
ड्रैगन फ्रूट की खेती में trellis method करने के अनेक फायदे है लेकिन क्या यह नए किसान को करना चाहिए तो चलिए इसके बारे में विस्तार से बात करते है। dragon fruit trellis method ही commercial level की खेती का फ्यूचर है लेकिन नए किसान को इसका इस्तेमाल करने से पहले कुछ बातो का ख्याल रखना चाहिए ।
trellis method को बनाने में काफी खर्चा होता है यह सच है की इसमें पौधे ज़ादा लगाए जा सकते है लेकिन इसमें risk factor भी उतना हे ज़ादा है , इसमें लगत ज़ादा है और ज़ादा पौधों को मैनेज और कैनोपी को सही तरह से कैसे मानतें किया जाये और सर्दियों में इसे फंगस के अटैक से कैसे बचाया जाये यह नए किसान को नहीं पता होता जिसकी वह से शुरू में होने वाली गलतियों से किसान को मुनाफे की जगह घाटा भी हो सकता है।
इसलिए ट्रेलिस मेथड करने से पहले प्लांट्स की टेस्टिंग और उसकी कब किस समाय ज़रूरत पढ़ती है इसका ज्ञान होने के बाद ही आपको trellis जैसी high dense फार्मिंग की तरफ जाना चाहिए ।
conclusion:
dragon fruit की खेती के लिए 2 तरह के स्ट्रक्चर होते है dragon fruit trellis and ring pole structure दोनों हे प्रकार से ड्रैगन फ्रूट की कमर्शियल खेती की जा रही है दोनों के अपने फायदे और नुकसान है इसलिए इसके बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद ही इसको अपनाये , dragon fruit एक महंगी बागबानी मानी जाती है इसलिए कई बार जानकारी की कमी के कारन नए किसान अपना नुकसान कर बैठते है।
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FAQ:
Q1- dragon fruit structure कितनी तरह के होते है ?
Ans- ड्रैगन फ्रूट की खेती 2 तरह से की जाती है traditional ring pole and trellis method
Q2- trellis method का खर्चा कितना होता है ?
Ans- trellis method में दूसरे किसी भी मेथड से ज़ादा पौधे लगाए जा सकते है और इसमें खर्चा भी उतना ही ज्यादा आता है इसलिए नए किसानो को पहली बार में इसे करने की सलाह नहीं दी जाती ।
Q3- ड्रैगन फ्रूट की खेती में प्रति एकर कितने पौधे लगाए जा सकते है ?
Ans- dragon फ्रूट की खेती में traditional method me 2000 पौधे लगाए जा सकते है और trellis method में 4000 से लेकर 8000 पौधे लगाए जा सकते है।
अगर आपका कोई भी सुझाव या प्रशन्न हो तो हमे कमेंट करके जरूर बताये
धन्यवाद ।
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